रायपुर के आसमान में तिरंगा: सूर्यकिरण टीम का भव्य एयर शो 4 और 5 नवंबर को
छत्तीसगढ़ की रजत जयंती वर्षगांठ के अवसर पर राजधानी नवा रायपुर (अटल नगर) के आसमान में इस बार देशभक्ति और रोमांच का संगम देखने को मिलेगा। भारतीय वायुसेना की प्रसिद्ध सूर्यकिरण एरोबैटिक टीम 4 और 5 नवंबर 2025 को सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक भव्य एयर शो का आयोजन करेगी। यह पहली बार होगा जब रायपुर के नागरिक इतने करीब से नौ जेट विमानों की सामूहिक उड़ान और समन्वित कलाबाज़ियाँ देख सकेंगे।
छत्तीसगढ़ की रजत जयंती पर आसमान में तिरंगे की छटा
इस कार्यक्रम का आयोजन छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के 25 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में किया जा रहा है। सूर्यकिरण टीम नौ लाल-सफेद रंग के Hawk Mk-132 जेट विमानों से उड़ान भरेगी, जो आसमान में केसरिया, सफेद और हरे धुएं से तिरंगा बनाएंगे। इन विमानों की फॉर्मेशन उड़ानें जैसे “हार्ट इन द स्काई”, “डीएनए लूप”, “बॉम्ब बर्स्ट” और “एरोहेड” दर्शकों को रोमांच से भर देंगी। यह नजारा न सिर्फ अद्भुत होगा बल्कि हर दर्शक के दिल में गर्व की लहर पैदा करेगा।
सूर्यकिरण टीम के प्रमुख ग्रुप कैप्टन अजय दसारथी ने बताया कि यह शो अनुशासन, कौशल और देशभक्ति का प्रतीक है। वहीं छत्तीसगढ़ के निवासी पायलट स्क्वाड्रन लीडर गौरव पटेल ने कहा कि “अपने गृह राज्य के ऊपर प्रदर्शन करना मेरे लिए सम्मान और भावनात्मक अनुभव दोनों है।”
नवा रायपुर बना एरोबैटिक शो का केंद्र
एयर शो का आयोजन नवा रायपुर के Sendh Talab क्षेत्र में होगा, जहां प्राकृतिक खुले आसमान और विस्तृत मैदान इसे उपयुक्त स्थान बनाते हैं। प्रशासन द्वारा सुरक्षा, पार्किंग और भीड़ नियंत्रण की पूरी तैयारी कर ली गई है। नवा रायपुर का यह इलाका दर्शकों के लिए विशेष दर्शक क्षेत्र के रूप में विकसित किया जा रहा है ताकि परिवार और बच्चों को बेहतर अनुभव मिल सके।
4 नवंबर को शो का रिहर्सल होगा, जबकि 5 नवंबर को मुख्य सार्वजनिक प्रदर्शन होगा। अधिकारियों के अनुसार, यह आयोजन न केवल राज्य की उपलब्धियों का प्रतीक होगा बल्कि युवाओं को रक्षा और विमानन क्षेत्र की ओर प्रेरित करेगा।
कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएँ
- तारीखें – 4 और 5 नवंबर 2025
- समय – सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक
- स्थान – Sendh Talab मैदान, नवा रायपुर (अटल नगर)
- मुख्य आकर्षण – सूर्यकिरण टीम का तिरंगा धुआँ प्रदर्शन
- ‘आकाश गंगा पैराट्रूपर्स’ द्वारा पैराशूट जंप का विशेष शो
- प्रशासन द्वारा सुरक्षा, ट्रैफिक और आपातकालीन सेवाओं की विशेष व्यवस्था
सूर्यकिरण टीम की गौरवशाली परंपरा
सूर्यकिरण एरोबैटिक टीम की स्थापना वर्ष 1996 में हुई थी। इसे भारतीय वायुसेना की "आकाश के राजदूत" टीम कहा जाता है, जो अब तक देश-विदेश में 600 से अधिक शो प्रस्तुत कर चुकी है। यह टीम अपने अद्भुत सामंजस्य, सटीकता और अनुशासन के लिए प्रसिद्ध है। पायलट केवल 4-5 मीटर की दूरी पर उड़ान भरते हैं — जो उच्च स्तर की ट्रेनिंग और भरोसे का परिणाम है। सूर्यकिरण टीम का उद्देश्य देश के युवाओं में देशभक्ति और वायुसेना के प्रति सम्मान की भावना जगाना है।
इस शो के माध्यम से भारतीय वायुसेना अपनी तकनीकी दक्षता, अनुशासन और आधुनिकता का परिचय देगी। यह न सिर्फ एक प्रदर्शन है बल्कि यह दिखाने का अवसर भी है कि भारत का आसमान कितना सुरक्षित और सक्षम हाथों में है।
राज्य प्रशासन और जनता की तैयारी
छत्तीसगढ़ सरकार ने इस आयोजन को लेकर सभी तैयारियाँ पूरी कर ली हैं। पुलिस, ट्रैफिक और जिला प्रशासन ने मिलकर सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की है। भीड़ नियंत्रण के लिए 500 से अधिक कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। मौसम विभाग ने भी अनुकूल मौसम का पूर्वानुमान दिया है। प्रशासन की अपील है कि लोग कार्यक्रम स्थल पर सुबह 9 बजे तक पहुँचें ताकि कोई असुविधा न हो।
शहर भर में पोस्टर और होर्डिंग्स के जरिए लोगों को इस आयोजन के बारे में जानकारी दी जा रही है। स्कूलों के बच्चों को विशेष निमंत्रण भेजा गया है ताकि वे इस रोमांचक अनुभव को देख सकें और प्रेरणा ले सकें।
छत्तीसगढ़ के लिए गर्व और प्रेरणा का प्रतीक
मुख्यमंत्री ने कहा, “यह एयर शो छत्तीसगढ़ की जनता के लिए गर्व का अवसर है। सूर्यकिरण टीम का यह प्रदर्शन हमारे राज्य की नई ऊर्जा और संभावनाओं का प्रतीक है।” यह आयोजन न केवल मनोरंजन का माध्यम बनेगा बल्कि राज्य के युवाओं को यह संदेश देगा कि मेहनत, अनुशासन और लगन से कोई भी ऊँचाई पाई जा सकती है।
यह आयोजन राज्य की एकता और विकास की भावना को दर्शाएगा। बीते 25 वर्षों में छत्तीसगढ़ ने उद्योग, शिक्षा, खेल और संस्कृति के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है। अब यह एयर शो उस आत्मविश्वास और राष्ट्रीय गौरव को और ऊँचा उठाएगा।
सुरक्षा और अनुशासन के साए में रोमांच
सूर्यकिरण टीम की उड़ानें अत्यंत संवेदनशील और सटीक गणनाओं पर आधारित होती हैं। ये विमान लगभग 600 से 800 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उड़ान भरते हैं। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए मेडिकल टीम, फायर यूनिट और एम्बुलेंस स्टैंडबाय रहेंगी। प्रशासन ने सुरक्षा के लिए ड्रोन और सीसीटीवी निगरानी की भी व्यवस्था की है।
आयोजकों ने दर्शकों से अपील की है कि वे मोबाइल से रिकॉर्डिंग के बजाय प्रदर्शन का आनंद लें और भीड़ में अनुशासन बनाए रखें। बच्चों और बुजुर्गों के लिए अलग बैठने की व्यवस्था भी की जाएगी।
समापन – तिरंगे के रंगों में उड़ता गर्व
4 और 5 नवंबर की सुबह जब सूर्यकिरण टीम के नौ जेट विमान आसमान में तिरंगे रंगों की धाराएँ छोड़ेंगे, तब पूरा नवा रायपुर गर्व से भर उठेगा। यह दृश्य न केवल आँखों के लिए अद्भुत होगा, बल्कि दिल में देशभक्ति की भावना भी जगाएगा।
यह कार्यक्रम छत्तीसगढ़ की प्रगति, एकता और भारतीय वायुसेना की उत्कृष्टता का प्रतीक बनेगा। बच्चे, युवा और बुजुर्ग — सभी इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बनेंगे। जब ये जेट आसमान में “भारत माता की जय” के रंग उकेरेंगे, तो हर नागरिक के मन में एक ही भाव उठेगा — “मैं भी इस देश का गर्व हूँ।”

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